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Saturday, February 22, 2025

देव्यानी पब्लिक स्कूल, डूण्डा: बच्चों के समग्र विकास की दिशा में एक सशक्त पहल



देव्यानी पब्लिक स्कूल, डूण्डा न केवल शिक्षा का केंद्र है, बल्कि यह एक ऐसा संस्थान है जो बच्चों के चारित्रिक, मानसिक, शारीरिक और सांस्कृतिक विकास को समान रूप से महत्व देता है। इस विद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों को केवल पाठ्यपुस्तकों तक सीमित रखना नहीं है, बल्कि उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में दक्ष और सशक्त बनाना है।



हाल ही में विद्यालय में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इस आयोजन ने बच्चों में टीम भावना, अनुशासन, प्रतिस्पर्धात्मकता और नेतृत्व जैसी योग्यताओं का विकास किया। विद्यार्थियों ने न केवल अपनी शारीरिक क्षमताओं का प्रदर्शन किया, बल्कि उन्होंने यह भी दिखाया कि वे मानसिक रूप से कितने सजग और सशक्त हैं।



विद्यालय का शैक्षणिक दृष्टिकोण आधुनिक है, जो पारंपरिक मूल्यों को बनाए रखते हुए आधुनिक शिक्षण विधियों को अपनाता है। यहाँ स्किल डवलपमेंट, संचार कौशल, समस्या समाधान की क्षमता, और तकनीकी समझ को शिक्षा के अभिन्न अंग के रूप में सम्मिलित किया गया है। इसके लिए समय-समय पर कार्यशालाएँ, विशेष कक्षाएं, और परियोजना आधारित शिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।



देव्यानी पब्लिक स्कूल में सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं जितनी शैक्षणिक। नृत्य, संगीत, नाटक, चित्रकला तथा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों को भारतीय कला और संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया जाता है। यह उन्हें अपने संस्कारों और परंपराओं के प्रति जागरूक बनाता है और उन्हें एक बेहतर नागरिक बनने के लिए प्रेरित करता है।


यह विद्यालय अपने समर्पित और अनुभवी शिक्षकगणों के लिए भी प्रसिद्ध है, जो बच्चों के साथ केवल शिक्षक के रूप में नहीं, बल्कि मार्गदर्शक, संरक्षक और प्रेरक के रूप में जुड़े रहते हैं। शिक्षकगण हर विद्यार्थी की व्यक्तिगत आवश्यकताओं और क्षमताओं को समझते हुए उन्हें मूल्यपरक शिक्षा प्रदान करते हैं, जिससे छात्र न केवल अच्छे छात्र बनें, बल्कि अच्छे इंसान भी बन सकें।


विद्यालय द्वारा विजेता छात्रों को सम्मान और पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं, जिससे उन्हें अपने प्रयासों की सराहना का अनुभव होता है। साथ ही, अन्य छात्रों को प्रोत्साहन और प्रेरणा दी जाती है ताकि वे भी लगन और मेहनत के साथ अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर हो सकें।


देव्यानी पब्लिक स्कूल का विश्वास है कि हर बच्चा अद्वितीय होता है और उसमें कुछ विशेष करने की संभावना होती है। इसी सोच के साथ विद्यालय प्रत्येक विद्यार्थी को उसका पूर्ण सामर्थ्य प्राप्त करने में सहयोग करता है।
इस प्रकार, देव्यानी पब्लिक स्कूल, डूण्डा न केवल शिक्षा का मंदिर है, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण का केंद्र भी है। यहाँ से निकलने वाले छात्र न केवल शैक्षणिक रूप से सक्षम, बल्कि संस्कारवान, आत्मविश्वासी और सामाजिक रूप से जागरूक नागरिक बनते हैं। यही विशेषताएँ इस विद्यालय को डूण्डा ही नहीं, पूरे क्षेत्र का एक प्रतिष्ठित और अग्रणी शैक्षणिक संस्थान बनाती हैं।


सुरक्षित खेल मैदान – बच्चों के संपूर्ण विकास का आधार

देव्यानी पब्लिक स्कूल, डूण्डा न केवल उत्कृष्ट शैक्षणिक माहौल के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह विद्यार्थियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखता है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए विद्यालय परिसर में एक विशाल, स्वच्छ और सुरक्षित खेल मैदान की व्यवस्था की गई है, जो बच्चों के स्वस्थ विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।

यह खेल मैदान बच्चों के लिए सिर्फ एक खुली जगह नहीं, बल्कि एक जीवंत ऊर्जा केंद्र है, जहाँ हर दिन नई उमंग, ताजगी और जोश से भरे क्षण जन्म लेते हैं। दिन की शुरुआत होती है प्रार्थना सभा से, जहाँ सभी विद्यार्थी अनुशासनपूर्वक पंक्तिबद्ध होकर एक साथ ईश्वर से ज्ञान, सद्बुद्धि और शक्ति की कामना करते हैं। यह प्रार्थना न केवल बच्चों को मानसिक रूप से संयमित करती है, बल्कि उनमें आध्यात्मिक भावना और एकता का भाव भी उत्पन्न करती है।

इसके पश्चात मैदान में योग अभ्यास कराया जाता है, जो बच्चों के शारीरिक लचीलापन, मानसिक एकाग्रता और आत्म-संयम को बढ़ाता है। प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा योग की विविध मुद्राओं और तकनीकों का अभ्यास करवाया जाता है, जिससे बच्चे छोटी उम्र से ही स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने की दिशा में अग्रसर होते हैं।

इसी मैदान में नियमित रूप से पीटी (Physical Training) सत्र भी आयोजित किए जाते हैं। इन सत्रों के दौरान बच्चे सामूहिक रूप से व्यायाम, मार्च पास्ट, रनिंग, स्ट्रेचिंग आदि गतिविधियों में भाग लेते हैं, जो उन्हें फिट और अनुशासित बनाते हैं। यह प्रशिक्षण बच्चों में टीम भावना, समर्पण, अनुशासन और प्रतिस्पर्धात्मकता जैसी आवश्यक योग्यताओं का विकास करता है।

दोपहर के लंच ब्रेक के समय यही मैदान बच्चों के लिए आनंद और उत्साह का केंद्र बन जाता है। इस समय बच्चे विभिन्न खेलों जैसे फुटबॉल, क्रिकेट, कबड्डी, दौड़, रस्सी कूद आदि में भाग लेकर अपने मन और शरीर को तरोताज़ा करते हैं। यह खेलकूद गतिविधियाँ उन्हें न केवल तनाव मुक्त करती हैं, बल्कि उनकी रचनात्मकता और सामाजिकता को भी विकसित करती हैं।

विद्यालय प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है कि मैदान पूरी तरह से सुरक्षित हो – वहाँ नरम घास या उचित फर्श, सीमित पहुँच, सीसीटीवी निगरानी, और खेल उपकरणों की नियमित जांच जैसी व्यवस्थाएँ की गई हैं ताकि बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।

इस प्रकार देव्यानी पब्लिक स्कूल का खेल मैदान बच्चों के लिए केवल खेलने की जगह नहीं, बल्कि एक ऐसा जीवंत मंच है जहाँ वे सीखते हैं, बढ़ते हैं, और अपने व्यक्तित्व के हर पहलू को निखारते हैं। यही कारण है कि विद्यालय अपने छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य, अनुशासन और समग्र विकास की ओर भी लगातार प्रेरित करता है।

बच्चों के तकनीकी भविष्य की नींव – कंप्यूटर शिक्षा के माध्यम से

देव्यानी पब्लिक स्कूल, डूण्डा अपने विद्यार्थियों को समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की प्रेरणा देता है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए विद्यालय ने कंप्यूटर शिक्षा को अपने शैक्षणिक कार्यक्रम का अभिन्न हिस्सा बनाया है। आज के डिजिटल युग में जब हर क्षेत्र में तकनीक का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, ऐसे में बच्चों को कंप्यूटर की प्रारंभिक जानकारी देना नितांत आवश्यक हो गया है – और यही काम यह विद्यालय पूरी निष्ठा और व्यवस्था के साथ कर रहा है।

विद्यालय में कंप्यूटर लैब की पर्याप्त और उन्नत व्यवस्था है, जहाँ विद्यार्थियों के लिए प्रत्येक स्तर के अनुसार कंप्यूटर शिक्षा उपलब्ध कराई जाती है। प्रत्येक छात्र को अलग-अलग सिस्टम प्रदान किया जाता है, ताकि वे व्यावहारिक अभ्यास कर सकें और केवल सिद्धांत तक सीमित न रहें। छोटे बच्चों के लिए कंप्यूटर की बुनियादी जानकारी जैसे – कंप्यूटर के भाग, टाइपिंग अभ्यास, माउस और कीबोर्ड संचालन, फाइल सेविंग आदि से शुरुआत की जाती है।

जैसे-जैसे बच्चों की कक्षा और समझ बढ़ती है, वैसे-वैसे उन्हें बेसिक सॉफ्टवेयर जैसे MS Paint, MS Word, PowerPoint और Internet Browsing का ज्ञान भी दिया जाता है। इससे वे न केवल तकनीकी रूप से जागरूक बनते हैं, बल्कि उनकी रचनात्मकता, प्रस्तुति क्षमता और शोध कौशल में भी वृद्धि होती है।

आज के समय में पालक भली-भांति समझते हैं कि कंप्यूटर शिक्षा क्यों जरूरी है। चाहे नौकरी का क्षेत्र हो, व्यवसाय हो, शिक्षा हो या रोज़मर्रा की ज़िंदगी – कंप्यूटर की समझ हर जगह आवश्यक बन गई है। यदि बच्चों को बचपन से ही इसकी मजबूत नींव दी जाए, तो आगे चलकर वे आसानी से किसी भी डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म से जुड़ सकेंगे और स्मार्ट तकनीक को अपने जीवन का सकारात्मक हिस्सा बना सकेंगे।

देव्यानी पब्लिक स्कूल यह सुनिश्चित करता है कि बच्चों को न केवल तकनीकी शिक्षा मिले, बल्कि उन्हें साइबर सुरक्षा, डिजिटल शिष्टाचार और ऑनलाइन नैतिकता जैसे महत्वपूर्ण विषयों से भी अवगत कराया जाए। इसके लिए समय-समय पर विशेष सत्र और प्रदर्शनियाँ भी आयोजित की जाती हैं।

इस प्रकार, देव्यानी पब्लिक स्कूल, डूण्डा अपने विद्यार्थियों को 21वीं सदी के डिजिटल नागरिक के रूप में तैयार कर रहा है, जो तकनीक का उपयोग न केवल दक्षता से करें, बल्कि जिम्मेदारी और समझदारी के साथ करें।


सांस्कृतिक कार्यक्रम – परंपरा, रंग और उत्सव का संगम

देव्यानी पब्लिक स्कूल, डूण्डा शिक्षा के क्षेत्र में जितना समर्पित है, उतना ही वह भारतीय संस्कृति और लोक परंपराओं के संरक्षण और प्रचार-प्रसार में भी सक्रिय भूमिका निभाता है। विद्यालय का सांस्कृतिक कार्यक्रम हर वर्ष एक ऐसे भव्य आयोजन के रूप में सामने आता है, जिसकी प्रतीक्षा न केवल छात्र और शिक्षक करते हैं, बल्कि पालकगण, आम नागरिक और भूतपूर्व छात्र भी उत्साह से उसमें भाग लेने या उसे देखने विद्यालय परिसर में उपस्थित होते हैं।

इस कार्यक्रम की सबसे विशेष बात यह है कि यह केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं होता, बल्कि यह एक उत्सव का रूप ले लेता है, जहाँ भारत की विविधता में एकता की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। देश के विभिन्न राज्यों की लोककलाएँ—जैसे राजस्थानी घूमर, पंजाबी भांगड़ा, गुजराती गरबा, असमिया नृत्य आदि—बच्चों द्वारा प्रस्तुत की जाती हैं, जिनमें वे पूरी तैयारी और आत्मविश्वास के साथ मंच पर उतरते हैं। ये प्रस्तुतियाँ न केवल मनोरंजन करती हैं, बल्कि दर्शकों को भारत की सांस्कृतिक विविधता से जोड़ती हैं।

विशेष रूप से, कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोक संस्कृति की झलक अत्यंत सुंदर ढंग से प्रस्तुत की जाती है। पंथी नृत्य, सुआ नृत्य, करमा गीत, और छत्तीसगढ़ी झूमर जैसे पारंपरिक रंगों से सजे कार्यक्रम दर्शकों का मन मोह लेते हैं। विद्यार्थियों द्वारा छत्तीसगढ़ी पोशाक में प्रस्तुत गीत-संगीत और नाट्य रूपांतरण, स्थानीय सांस्कृतिक पहचान को सजीव कर देते हैं।

यह कार्यक्रम न केवल बच्चों के प्रतिभा प्रदर्शन का माध्यम बनता है, बल्कि यह उनके आत्मविश्वास, टीम वर्क और नेतृत्व क्षमता को भी विकसित करता है। विद्यार्थी स्वयं पारंपरिक परिधानों, मंच सज्जा, संवाद लेखन और निर्देशन में भाग लेकर कार्यक्रम को सजीव बनाते हैं। यह व्यावहारिक शिक्षा का एक प्रभावशाली माध्यम बन जाता है।

कार्यक्रम के दिन विद्यालय का प्रांगण मानो त्योहार की भाँति सज जाता है। आलोकित मंच, रंग-बिरंगे परिधान, संगीत की स्वर लहरियाँ और दर्शकों की तालियाँ – सब मिलकर एक ऐसा वातावरण बनाते हैं जो लंबे समय तक स्मृति में रहता है। कई बार पूर्व छात्र भी इस दिन विशेष रूप से उपस्थित होते हैं, और विद्यालय के साथ अपना भावनात्मक संबंध पुनः अनुभव करते हैं।

इस प्रकार देव्यानी पब्लिक स्कूल का सांस्कृतिक कार्यक्रम केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि संस्कार, परंपरा और सामूहिकता का जीवंत प्रतीक है। यह कार्यक्रम विद्यालय के उस दृष्टिकोण को दर्शाता है, जहाँ पढ़ाई के साथ-साथ संस्कृति, कला और सामाजिक मूल्यों को भी बराबर सम्मान दिया जाता है।

बच्चों की सेहत और स्वच्छता को प्राथमिकता देती एक सशक्त शिक्षण संस्था



देव्यानी पब्लिक स्कूल, डूण्डा न केवल बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिए समर्पित है, बल्कि उनके स्वास्थ्य, स्वच्छता और सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखता है। आज के समय में जब बीमारियों का एक बड़ा कारण गंदगी और अस्वच्छ वातावरण बन चुका है, ऐसे में विद्यालय यह सुनिश्चित करता है कि छात्रों को एक साफ-सुथरा और स्वस्थ वातावरण मिले जहाँ वे न केवल पढ़ाई करें बल्कि सुरक्षित जीवन आदतों को भी सीखें और अपनाएँ।

विद्यालय में स्वच्छ पेयजल की उत्तम व्यवस्था है। यहां प्रतिदिन बोरवेल्स के माध्यम से जल प्राप्त किया जाता है, जिसे उच्च गुणवत्ता की फिल्टर मशीनों के द्वारा स्वच्छ किया जाता है ताकि बच्चों को पीने के लिए शुद्ध पानी मिल सके। पानी की टंकियों और पाइपलाइनों की नियमित सफाई और जांच भी की जाती है ताकि किसी भी प्रकार की जलजनित बीमारी से बच्चों को बचाया जा सके।

टॉयलेट की सुविधाएं भी विद्यालय में अत्यंत व्यवस्थित और सुरक्षित हैं। बच्चों की उम्र और सुविधा को ध्यान में रखते हुए लड़कियों और लड़कों के लिए अलग-अलग टॉयलेट्स बनाए गए हैं, जिससे उन्हें सुविधा और निजता दोनों मिलती है। इन टॉयलेट्स की दैनिक सफाई सुनिश्चित की जाती है, ताकि कोई भी छात्र अस्वस्थता या असहजता महसूस न करे।

साथ ही विद्यालय में एक विशेष हैंडवॉश एरिया भी तैयार किया गया है जहाँ कई छात्र एक साथ आसानी से साबुन से हाथ धो सकते हैं। यह एरिया साफ-सुथरा, नॉन-स्लिप फर्श से बना हुआ है और वहां हैंडवॉश लिक्विड, पानी की पर्याप्त व्यवस्था और हैंड ड्रायर/टॉवल्स उपलब्ध होते हैं।

विद्यालय का स्टाफ बच्चों को स्वच्छता की आदतें सिखाने में भी सक्रिय भूमिका निभाता है। छात्रों को टॉयलेट इस्तेमाल के बाद, टिफिन खाने से पहले और बाद में हाथ धोने के लिए प्रेरित किया जाता है, और उन्हें यह समझाया जाता है कि गंदे हाथ कई प्रकार की बीमारियों का कारण बन सकते हैं। छोटे बच्चों को खेल-खेल में हाइजीन की महत्ता बताई जाती है ताकि वे इसे सहजता से अपनाएँ।

विद्यालय समय-समय पर स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करता है जिसमें उन्हें व्यक्तिगत स्वच्छता, पर्यावरण स्वच्छता और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों की जानकारी दी जाती है। इससे बच्चों में छोटी उम्र से ही स्वस्थ जीवनशैली की नींव रखी जाती है।

इस प्रकार, देव्यानी पब्लिक स्कूल, डूण्डा यह सुनिश्चित करता है कि शुद्ध पेयजल, स्वच्छ टॉयलेट और नियमित हाथ धोने जैसी आदतें बच्चों के दैनिक जीवन का हिस्सा बनें। इन प्रयासों के माध्यम से विद्यालय बच्चों को न केवल शिक्षित बल्कि स्वस्थ, स्वच्छ और जागरूक नागरिक भी बना रहा है।

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